Thinking activity on I.A. Richards Figurative language
Recently we have studied I.A. Richards Figurative language.
I.A. Richards works:
In his essay Figurative language he gives his justification on three Poems. Here I'm given the analysis of song:
Recently we have studied I.A. Richards Figurative language.
I.A. Richards works:
1. The Meaning of Meaning – 1923
2. The Principles of Literary Criticism – 1924
3.The Practical Criticism – 1929.
a. Four Kinds of Meaning
b. Two Uses of Language
c. On Simile, Metaphor and Symbol
Bhaag DK Bose (Delhi Belly)
Daddy मुझसे बोला "तू गलती है मेरी".
"तुझपे जिंदगानी guilty है मेरी".
साबुन की शक़ल मे बेटा तू तो निकला केवल झाग.
झाग.... झाग.... भाग.. >>>
भाग भाग...... भाग भाग......
भाग भाग...... भाग भाग......
Oh my god लग गयी, क्या से क्या हुआ.
देखा तो कटोरा, झाँका तो कुवा.
पिद्दी जैसा चूहा,
दूम पकड़ा तो निकला काला नाग
नाग... नाग... भाग.. >>>
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
आंधी आई, आंधी आई, आंधी आई, आंधी आई.
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
आंधी आई है...
किसने किसको लूटा,
किसका माथा कैसे फूटा, क्या पता…
भैया we don’t have a clue…
इतना ही पता है,
आगे दौरे तो भला है, पीछे तो…
एक राक्षस फाड़े मूह…
इक आंधी.. आई.. है…
संदेसा.. लायी.. है…
yeah….
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
आंधी आई, आंधी आई, आंधी आई, आंधी आई.
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
आंधी आई है...
भाग भाग...... भाग भाग......
भाग भाग...... भाग भाग......
हम तो है कबूतरर,
दो पहिये का एक स्कूटर, ज़िन्दगी…
जो धकेलो तो चले.
अरे किस्मत की है कडकी,
रोटी, कपड़ा और लड़की, तीनो ही…
पापड़ बेलो तो मिले.
ये भेजा.. garden.. है…
और tension.. माली.. है…
yeah….
मन का तानपुरा, frustration मे छेड़े एक ही राग
राग... राग... भाग.. >>>
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
हे आंधी आई, आंधी आई, आंधी आई, आंधी आई.
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
आंधी आई है...
Daddy मुझसे बोला "तू गलती है मेरी".
"तुझपे जिंदगानी guilty है मेरी".
साबुन की शक़ल मे बेटा तू तो निकला केवल झाग.
झाग.... झाग.... भाग.. >>>
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
आंधी आई, आंधी आई, आंधी आई, आंधी आई.
भाग भाग DK "Bose dk" भाग....
भाग भाग DK bose, DK bose, DK bose
आंधी आई है...
If we look at the song, it is in very rough language. There is four kinds of mistakes
1. Misunderstanding of the sense of poetry: Careless, intuitive reading (rhyme or irregular syntax)
Daddy मुझसे बोला "तू गलती है मेरी".
"तुझपे जिंदगानी guilty है मेरी".
साबुन की शक़ल मे बेटा तू तो निकला केवल झाग.
Song has many misunderstanding of the sense like father accuses his son that you are one of mistake and I'm very guilty to being your father.
2. Over-literal reading – prosaic reading
3. Defective scholarship
4. Difference in meaning of words in poetry and prose
हम तो है कबूतरर,
दो पहिये का एक स्कूटर, ज़िन्दगी…
जो धकेलो तो चले.
अरे किस्मत की है कडकी,
रोटी, कपड़ा और लड़की, तीनो ही…
पापड़ बेलो तो मिले.
ये भेजा.. garden.. है…
और tension.. माली.. है…
yeah….
मन का तानपुरा, frustration मे छेड़े एक ही राग
In another stanza use of words like पापड़, कडकी, धकेलो etc are very ridiculous and creates miss understanding of word. And such lines which has no meaning like पिद्दी जैसा चूहा, साबुन की शक़ल मे निकला केवल झाग.
Intention:
In this song there is bed words which is not suitable for our understanding.
So, this bollywood song has no such meaning and proper words.
Thank you 😊
very nice dear
ReplyDeleteThank you dear 😊
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